EDUCATION MEANING AND DEFINATION (शिक्षा का अर्थ , परिभाषा )


   EDUCATION  MEANING (शिक्षा का अर्थ AND DEFINATION 



 MEANING OF EDUCATION   (शिक्षा का अर्थ )


मनुष्य जन्म से ही हालात के अनुकूल संघर्ष करने  के कर्म से  ही सीखता  आ  रहा  है अनुकूल हालातो  के कर्म को सीखना ही उसे शिक्षा में माध्यम से प्राप्त  होता  है 
शिक्षा  से ज्ञान , अनुभव व् कौशल प्राप्त होती है जो हमारी क्रिया कौशलों में विकास को संभव बनता है 

शिक्षा से ही हमे अच्छे व् बुरे का ज्ञान प्राप्त  होता है जो हमे समाज के अनुकूल  बनता है और समाज में हमारे व्यवहार के अनुसार  पहचान बनाता  है 

मनुष्य हमारे समाज होने वाले अनुभवों से सीखता है जिससे वो  समाज में रहने के  योग्य बनता   है 
कार्य करने का तरीका उसे ज्ञान से माध्यम से   ही प्राप्त होता है 






DEFINATION OF EDUCATION ( शिक्षा की परिभाषा )  


  • शिक्षा से अभिप्राय है की बच्चे व् बड़ो क शरीर  , मन , आत्मा व् मानशिक रूप से विकास 

  • शिक्षा वह प्रक्रिया है जो युवाओ के ज्ञान चरित्र व् व्यवहार को एक सांचे में ढालती है 

  • शिक्षा वह प्रक्रिया है जो मनुष्य के शारीरिक व् मानशिक शक्ति का  करती है 

  • शिक्षा के माध्यम से व्यक्ति में धर्म , ज्ञान , नैतिकता आदि गुणों का विकास होता है 

  • शिक्षा व्यक्ति की उन सभी क्षमताओ का विकास करती है जो उसे समाज से अनुकूल बनांने में महत्वपूर्ण  है 

  • शिक्षा मनुष्य  को बदलती हालात  के अनुसार ढालने  के योग्य बनती है 


शिक्षा का महत्व 



व्यक्तित्व विकास 


प्रतिएक व्यक्ति का व्यक्तित्व  उसके सामाजिक आचरण , व्यवहार  , नैतिक के आधार पर निर्मित होता है जो शिक्षा व सामाजिक व्यवहार   के आधार पर  निर्भर करता है 


व्यवहार में परिवर्तन 


शिक्षा को सही रूप से ग्रहण करने पर हम अपने व्यवहार  में भी मुलभुत सुधार लाकर समाज व्यक्तित्व   बनाते है
 

स्थिति के अनुसार ढलना 


प्रतिएक व्यक्ति को अनेको स्थिति  से गुजरना पड़ता है जो मूल रूप से उसका दृढ़ निश्च्य व आचरण को व्यक्त  करता है साथ ही अलग-अलग स्थिति  में खुद को ढालने ही शिक्षा का एक मुलभुत कर्तव्य होता है 



अच्छे नागरिक का निर्माण 


एक सभ्य नागरिक ही देश को उन्नति के मार्ग  पर ले जा सकता है शिक्षा के आधार पर ही हम अपने गुणों को एक नागरिक के जैसे बना सकता है 


सामाजिक अनुशासन 


शिक्षा के अनुसार ही व्यक्ति एक अनुसाशिक समाज निर्माण करने में सक्षम होता है साथ ही प्रतिएक क्रिया में अनुसाशन का प्रयोग  करते है 


बड़ो का आदर व छोटो से प्यार 


शिक्षा में आधार पर ही हम अपने के बड़ो व अनुसाशिक लोगो का सम्मान व आदर कर सकते है साथ ही एक अच्छे समाज निर्माण में अपना सम्पूर्ण योगदान दे सकते है 

अपनों से छोटे उम्र के बच्चो से प्यार का भाव रख हम समाज में एक अच्छा निर्देश देते है जिससे छोटे भी बड़ो का आदर करने की एक आदत अपनाते है 



नेतृत्व की क्षमता 


शिक्षा ही नेतृत्व के मुख्य गुणों का विकास सम्भव कराति है जो एक अच्छे व्यक्तित्व का विकास कर लोगो , समाज व राष्ट्र को उन्नति के मार्ग पर लाता है 

साथ ही समाज में अच्छे विचार लोगो तक पहुंचाकर उनका सर्वगीण विकास करता है 



आर्थिक निर्भरता 


शिक्षा के माध्यम से ही हम योग्य बनकर आर्थिक रूप से निर्भर बनते है जिससे हमारा समाज व देश भी आर्थिक रूप से मजबूत व सशक्त बनता है 

जो हमारे देश के आर्थिक विकास को बढ़ाकर देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में अपना योगदान देना ही शिक्षा का मूल अधिकार है 








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